Monday 4 February 2013

परिस्थितियां


पेड़ से टूटा एक पत्ता,
अंधड़ के बीच 
कभी छूता आकाशी ऊंचाईयाँ,
तो कभी अचानक पाता 
पाताली गहराईयाँ,
अंधड़ की दिशा ही 
तय करती है उसकी स्थिति।

इसी तरह मनुष्य -
कभी पाता अपना लक्ष्य,
तो कभी भटक जाता अपना पथ, 
सही मायने में परिस्थितियां 
ही तय करती हैं-
मनु की स्थिति।

परिस्थितियां ही तो हैं 
जो बनाती  हैं
सबल मनु को,
देती हैं अनुभव और 
सिखाती हैं कला- 
जीवन जीने की। 


-पुरु 

4 comments:

  1. bht badiya bhai..laga reh!!!! :)

    ReplyDelete
    Replies
    1. प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद बन्धु....|

      Delete